प्रशंसक

रविवार, 13 अप्रैल 2014

क्यों करें मतदान ?

मतदान करेदेश निर्मांण करे,

हो बूढे, महिला या फिर जवान, उंगली पे हो स्याही का निशान
भारत विश्व का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश है, और इस देश की चुनाव प्रक्रिया पर पूरे विश्व की निगाहें हैं। देश के हर नागरिक को, जिसे मत देने का अधिकार हमारे संविधान में दिया गया है, उसका सही उपयोग करना होगा। ये ना सिर्फ हमारा अधिकार है बल्कि कर्तव्य भी है, कि हम देश को एक ऐसी सरकार दें, ऐसे सांसद दे, जो देश को विश्व पटल पर अग्रसित करें।

अक्सर पढे लिखे समाज में भी ये कहते सुनते पाया जाता है कि "कोउ नृप होय हमे का हानि" या फिर हमारे एक वोट से क्या होगा, या कोई भी सरकार हो हमे क्या, सभी भ्रष्ट है, या कुछ नही बदलने वाला यहाँ, या फिर हमे तो पढ लिख कर बाहर चले जाना है, फिर ह्म क्यो सोचे, कोई भी सरकार बने..........
लोकतंत्र का होगा सम्मान, ज्यादा होगा जब मतदान
कुछ प्रश्न हम करना चाहते है उन लोगों से जो चुनाव के दिन को मात्र एक छुट्टी मानते हैं, या फिर अपने संसदीय क्षेत्र में आकर मतदान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित नही करते कि कौन जाय वोट देने, क्यो अपना पैसा खर्च करें ........
१.क्या होता यदि आपके पास मतदान का अधिकार ना होता?
२.क्यों मतदान की आयु 21 वर्ष की जगह 18 वर्ष की गयी?
३.क्या अर्थ है लोकतंत्र का यदि हमारी भूमिका नगण्य है?
४.हम देश की दिशा और दशा को निर्धारित करने वाली इकाई है, यदि यह शून्य हो जाय, तो क्या देश रहेगा?
५.क्या देश निर्माण के लिये हम अपने मत का दान ना करके देश के भविष्य के साथ धोखा नही कर रहे?
६.क्या जवाब देंगें आप स्वंय को, जब आपके सहयोग ना करने के कारण, गलत हाथों में देश रहे और  विश्व में उसकी छवि खराब हो, क्या देश की छवि, हमारी छवि नही?
७.क्या अधिकार है हमे भारतीय कहलाने का, जब हम उस समय सो जाते हैं या अकर्मण्य हो जाते है, जब  देश हमसे सहयोग मांगता हैं?
८.क्या अधिकार है आपका देश को, या सरकार को दोष देने का,जब आपको देश या देशवासियों की जरूरतों से कोई सरोकार ही नही?
९.क्या देश का नागरिक होने के नाते हमारा फर्ज नही कि कुछ देर हम देश के लिये चिंतन करें, मनन करें और अपनी वोट की आवाज से देश की आवाज को बुलंद बनाये?

१०.क्या सच में हमें अधिकर है खुद को भारतीय कहलाने का, यदि हम भारत के लाभ और अपने लाभ को एक नही अलग-अलग देखते हैं?
प्रयोग कीजिये चुनाव का अधिकार, दीजिये भारत को योग्य सरकार

चुनाव एक ऐसा हवन हैं, जिसमें हम सबको अपने मत की आहुति दे कर इस यज्ञ को सफल बनाना होगा। लोगों को प्रेरित करना होगा, कि वो भी अपने मत का दान करें। 
सहयोग कीजिये, यदि आपके आस पास कोई बुजुर्ग है, और वो अकेले चुनाव स्थल तक जाने में असमर्थ है। यदि आपके घर में महिलायें हैं और वो ये मानती हैं कि उनको वोट देने की कोई खास जरूरत नही, घर के आदमी ही डाल आयें। तो उन्हे भी अपने साथ ले कर जाइये। 
आपको बहुत सारी छुट्टियां मिलती हैं जब आप अपनों के साथ त्योहार मनाते हो, ये एक छुट्टी अपने देश के साथ मनाइये। देश के लिये हर वोट बराबर की कीमत रखता है।
वोट डालने से पहले अच्छी तरह से विचार कीजिये कि आप किसे वोट देगें और क्यों?
एक अच्छे नागरिक होने का फर्ज निभाइये,

लोकतंत्र को दे आधार, सपने सब होंगे साकार



7 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना मंगलवार 15 अप्रेल 2014 को लिंक की जाएगी...............
    http://nayi-purani-halchal.blogspot.in आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  2. मतदान हमारा सिर्फ अधिकार ही नहीं कर्तव्य भी है।

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  3. अपने सपने साकार करने के लिए .. अपना हक मागने के लिए ... अपना कर्तव्य निभाने के लिए मतदान करें ...

    जवाब देंहटाएं
  4. आपकी इस पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन की आज कि बुलेटिन वोट और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

    जवाब देंहटाएं
  5. कर्तव्य निभाने के लिए मतदान करें ...

    जवाब देंहटाएं

आपकी राय , आपके विचार अनमोल हैं
और लेखन को सुधारने के लिये आवश्यक

GreenEarth